चुटकी मे सबके दुःख को हैं हरते वोह मेरे प्यारे गणपति बप्पा। चुटकी मे सबके दुःख को हैं हरते वोह मेरे प्यारे गणपति बप्पा।
मूक बने क्यों बैठे हो? अपनी तन्द्रा तो खोल।। हे!विद्वतजन कुछ तो। मूक बने क्यों बैठे हो? अपनी तन्द्रा तो खोल।। हे!विद्वत...